Ara Rally | आरा कीआरा। बिहार की सियासत में तेजी से बदलते हालात के बीच शनिवार का दिन खास रहा। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा के 14वें दिन आरा की धरती पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहुंचे। यहां उन्होंने न केवल मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला, बल्कि बिहार की जनता से बीजेपी को सत्ता से बाहर करने की अपील भी की। Ara rally
‘तीन तिगाड़ा’ पर अखिलेश का तंज
Ara Rally | आरा की रैली में गरजे अखिलेश यादव, कहा – “अबकी बार बिहार से बीजेपी बाहर”अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी, केंद्र सरकार और अधिकारियों की तिकड़ी ही असली ‘तीन तिगाड़ा’ है। उन्होंने कहा कि यह गठजोड़ जनता की आवाज को दबाने और उनके अधिकारों को छीनने में लगा है। लेकिन अब जनता जाग चुकी है और इंडिया गठबंधन इनकी पूरी रणनीति को ध्वस्त कर देगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अवध से समाजवादी पार्टी ने बीजेपी को बाहर किया है। अब बिहार की बारी है और यहां की जनता भी उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी। इसी दौरान उन्होंने मंच से नारा दिया – “अबकी बार बिहार से बीजेपी बाहर।” यह नारा सुनकर सभा स्थल पर मौजूद लोगों ने जोरदार तालियां बजाईं और माहौल गूंज उठा।
तेजस्वी यादव को सत्ता में लाने की अपील
अखिलेश यादव ने जनता से अपील की कि वे बिहार में बदलाव लाने के लिए तेजस्वी यादव को सत्ता सौंपें। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव युवा नेतृत्व का प्रतीक हैं और उनके पास बिहार को नई दिशा देने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी बिहार के हर नागरिक के साथ खड़ी है और यहां की जनता के संघर्ष को अपना संघर्ष मानती है।
एसआईआर को बताया ‘सिरफिरा फैसला’
इस दौरान अखिलेश यादव ने बिहार में चल रहे एसआईआर (गहन मतदाता पुनरीक्षण) पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे “सिरफिरा फैसला” करार देते हुए कहा कि यह सीधे-सीधे जनता के वोट के अधिकार पर हमला है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की नीयत साफ नहीं है। यह लोग पहले जनता का वोट का अधिकार छीनेंगे, फिर राशन का और उसके बाद नौकरी का अधिकार भी छीन लेंगे।
चुनाव आयोग पर भी साधा निशाना
चुनाव आयोग पर भी अखिलेश यादव ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि अब यह आयोग जनता के हित में काम करने के बजाय सत्ता के इशारे पर फैसले ले रहा है। उन्होंने इसे “जुगाड़ आयोग” बताते हुए कहा कि अगर आयोग सही मायने में स्वतंत्र होता, तो ऐसे फैसले कभी नहीं लेता जो जनता के अधिकार छीनने का काम करते हैं।
रैली में उमड़ी भीड़, बढ़ा जोश
आरा की इस सभा में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। जब अखिलेश यादव ने नारा लगाया – “अबकी बार बिहार से बीजेपी बाहर” – तो भीड़ ने पूरे जोश के साथ उनका समर्थन किया। रैली में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मौजूदगी ने भी माहौल को और ऊर्जावान बना दिया। मंच से बार-बार इंडिया गठबंधन की एकजुटता और जनता की ताकत की बात दोहराई गई।
निष्कर्ष
अखिलेश यादव की इस रैली ने साफ कर दिया कि विपक्षी दल अब मिलकर बीजेपी को सत्ता से बाहर करने की तैयारी में जुट चुके हैं। बिहार की धरती से उठी यह आवाज आने वाले चुनावों में कितना असर डालेगी, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन इतना तय है कि वोटर अधिकार यात्रा ने बिहार की राजनीति में गर्माहट जरूर पैदा कर दी है।






